Parsley in Hindi | अजमोद के उपयोग फायदे और नुकसान

अजमोद का नाम तो सभी व्यक्तियों ने सुना होगा। अजमोद को कुछ जगहों पर Parsley या बोकचॉय के नाम से भी जाना जाता है। अजमोद का प्रयोग अलग-अलग तरह से किया जा सकता है जैसे सूप, सलाद और सब्जी की तरह इसका प्रयोग होता आ रहा है। लेकिन क्या आपको पता है, कि अजमोद का प्रयोग करके कई रोगों से बचा जा सकता है। आइये आज Parsley in Hindi के इस लेख में Parsley Kya Hai, अजमोद के फायदे, अजमोद के नुकसान, Parsley meaning in Hindi, आदि की पूरी जानकारी विस्‍तार में बतायेंगे इसलिये इस लेख को शुरू से अंत तक अवश्य पढे़ं।

Table of Contents

अजमोद क्या है? (What is Parsley In hindi)

अजमोद को सेलेरी के नाम से भी जाना जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम एपियम ग्रेवोलेंस (Apium graveolens) है। ये हरी धनिया से मिलता-जुलता होता है। इसका उपयोग कई तरीको से किया जाता है जैसे सूप, सलाद, सब्जी, जूस और खाने को सजाने के लिए भी इसका उपयोग किया जाता है। Parsley के पौधे मे पाए जाने वाले औषधीय गुणों के कारण इसका प्रयोग लगभग पूरी दुनिया में होने लगा है।

अन्य भाषाओं में अजमोद के नाम (Parsley Names in other Languages in Hindi)

अजमोद (Parsley) को अलग-अलग भाषाओं में अलग-अलग नामों से जाना जाता है, जो निम्न प्रकार हैं।

भाषानाम
हिन्दी अजमोद, अजमोदा, बड़ी अजमोद, अजमूदा, अजमोत
अंग्रेजी Parsley
संस्कृत अजमोदा, अयमोदा, अजमोजा, कारवी, मायूर, ब्रह्मकुशा, लोचमस्तका
उर्दू अजमोद
मराठी अजमोदा
बंगाली रान्धुनी, अजमूद, चनु, चंदनी
नेपाली अजमोडा, जंगली ज्वानु
गुजराती बोडी अजमोदा, अजमोद
पंजाबी भूतजटा


अजमोद के फायदे ( Parsley Benefits in Hindi)

विशेषज्ञों के अनुसार अजमोद (Parsley) में सोडियम, मैग्नीशियम और आयरन इत्यादि तत्व पाए जाते है और इसके अलावा Parsley में विटामिन-ए, विटामिन- बी, विटामिन- सी, विटामिन- ई, विटामिन-बी-6, विटामिन- बी-9 और विटामिन-के आदि विटामिन पाये जाते हैं। इसके अलावा अजमोद में अन्य पोशक तत्व भी तत्व भी मौजूद होते हैं जो शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। इसके साथ ही अजमोद में अनेक औषधीय गुण पाए जाते है, जैसे एंटीस्पास्मोडिक, कार्मिनेटिव, ड्यूरेटिक, लैक्सेडिव, सेडेटिव स्टीमुलेंट इत्यादि। इन गुणों के पाये जाने के कारण अजमोद का उपयोग कई रोगों में लाभ पाने के लिए किया जाता है। चालिए Parsley in Hindi के लेख में आगे अजमोद के उपयोग फायदे और नुकसान के बारे में विस्तार से बताते हैं।

बुखार में अजमोद के लाभ (Parsley Benefits in Fever)

बुखार की समस्या में अजमोद के उपयोग से लाभ पाया जा सकता है। रोज सुबह अजमोदा (4 ग्राम) को ताजे जल के साथ बिना चबाये निगलने से पुराने से पुराना बुखार दूर होता है।

उल्टी की समस्या में अजमोद के औषधीय गुणों से लाभ (Parsley Benefits in Vomiting)

अजमोद का उपयोग करने से उल्टी की समस्या में लाभ मिलता है, लाभ पाने के लिए अजमोद (2-5 ग्राम) और लौंग की कली (2-3) को पीसकर एक चम्मच शहद में मिलाकर सेवन करने से उल्टी बंद हो जाती है।

गले की समस्या मे अजमोद के फायदे (Parsley Benefits in Throat Problems)

गले की समस्या जैसे बोलने पर गले में दर्द होना, बहुत कोशिश करने पर गले से आवाज का न निकलना, एसिडिटी के कारण गला बैठना इत्यादि रोगों में अजमोद का प्रयोग इस प्रकार कर सकते हैं। Parsley के काढ़े को घी में पका ले। घी में पके हुए काढ़े का सेवन करने से गले में होने वाला संक्रमण दूर होता है या अजमोद (2-3 ग्राम) को जल मे उबालकर थोडा सेंधा नमक डालकर गरारे करने से भी गले की रोगों में फायदा होता है।

सूखी खांसी मे अजमोद के उपयोग से लाभ (Parsley Benefits in Dry Cough)

अजमोद के उपयोग से सूखी खांसी में लाभ पाया जा सकता है। खांसी को दूर करने के लिए पान के पत्ते में अजमोद को डालकर धीरे-धीरे चबाकर चूसने से सूखी खांसी में राहत मिलती है।

पथरी की समस्या में अजमोद के फायदे (Parsley Benefits in Kidney Stones)

अजमोद के प्रयोग से पथरी के रोग में लाभ पाया जा सकता है। किडनी या मूत्रमार्ग में पथरी होने पर अजमोद का उपयोग इस तरह से कर सकते हैं। अजमोद (2-3 ग्राम) के पाउडर में आधा ग्राम यवक्षार मिलाकर इस पाउडर को मूली (10 मिली) के पत्तों के रस के साथ रोज सुबह-शाम थोड़े दिनों तक सेवन करने से पथरी गलकर निकल जाती है और पेशाब खुलकर लगने लगती है।

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ब्लड प्रेशर को कम करने में अजमोद के फायदे (Parsley Benefits in Reducing Blood Pressur)

एक वैज्ञानिक शोध के अनुसार पता चला है, कि अजमोद के बीजो में एंटी हाइपरटेंसिव प्रभाव होता है। जो उच्च रक्तचाप को काबू में कर सकता है, इस कारण ऐसा कहा जा सकता है, कि ब्लड प्रेशर को कम करने मे अजमोद फायदेबंद साबित हो सकता है।

कोलस्ट्रॉल को कम करने में अजमोद के फायदे (Parsley Benefits in Reducing Cholesterol)

अजमोद का उपयोग करके कोलस्ट्रॉल को नियंत्रित किया जा सकता है। इसमें 3-एन-ब्यूटिफ्थाथाइड नामक एक रासायनिक यौगिक पाया जाता है, जो ब्लड मे खराब कोलस्ट्रॉल की मात्रा को कम कर सकता है। इसके अलावा Ajmoda पूरे लिपिड प्रोफाइल को संतुलित करने में मुख्य भूमिका निभा सकता है। इस आधार पर कहा जा सकता है, कि अजमोद के रस का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने मे सहायता मिल सकती है।

कैंसर के बचाव में अजमोद के फायदे (Parsley Benefits in Cancer Prevention)

अजमोद का उपयोग करके कैंसर जैसे रोग मे भी लाभ उठा सकते है। विशेषज्ञों के अनुसार अजमोद (सेलेरी) में एपिजेनिन नामक तत्व उपस्थित होता है, जो कैंसर से बचने और उसके इलाज में सहायता कर सकता है। इसके अनुसार कहा जा सकता है, कि कैंसर के बचाव में इसका प्रयोग करना कुछ हद तक फायदेबंद हो सकता है। ध्यान रखें कि कैंसर जैसे खतरनाक रोग का उपचार करने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।

अस्थमा रोग में अजमोद के फायदे (Parsley Benefits in Asthma)

अजमोद का उपयोग अस्थमा रोग को दूर करने में भी कर सकते है। अजमोद में विटामिन, मिनरल और एंटी-ऑक्सीडेंट उपस्थित होने के कारण इसका उपयोग अनेक बीमारियों को ठीक करने में किया जाता है। अजमोद पर हुए एक शोध के अनुसार अजमोद के बीजों का उपयोग अस्थमा की बीमारी को दूर करने में फायदे बंद साबित हो सकता है। इसकी कार्यप्रणाली पर अभी और शोध करना आवश्यक है।

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वजन कम करने में अजमोद के उपयोग से लाभ (Parsley Benefits in Weight Loss)

अजमोद का प्रयोग करके वजन को नियंत्रित किया जा सकता है। अजमोद में कैलोरी की मात्रा कम होती है, इसके अलावा सेलेरी में फाइबर और जल कम मात्रा में होता है, ये भूख को कन्ट्रोल कर पेट को अधिक समय तक भरा रखकर भूख को काबू में करने में सहायता कर सकता है।

पाचन और कब्ज में लाभदायक अजमोद (Parsley Benefits in Digestion and Constipation)

अजमोद के रस का उपयोग करके पाचन से जुडे रोगों में फायदा मिल सकता है। अजमोद पर हुए एक शोध से साबित हुआ है, कि अजमोद कब्ज की समस्या को दूर करता है और पाचन स्वास्थ्य को ठीक करने में भी फायदेबंद होता है। इसमें फाइबर पाया जाता है। फाइबर और जल पाचन क्रिया के लिए लाभदायक होते है । Ajmoda इस कारण इसे कब्ज और पाचन के रोगों में लाभदायक माना जा सकता है।

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रोगप्रतिरोधक क्षमता सुधारने में अजमोद के फायदे (Parsley Benefits in Improving Immunity)

अजमोद के प्रयोग से रोगप्रतिरोधक क्षमता को बड़ा सकते है। विशेषज्ञों के अनुसार, अजामोदा में फ्लेवोनोइड, एल्कलॉइड और फिनोलिक यौगिक उपस्थित होते हैं। इन यौगिको के पाये जाने के कारण अजमोद रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाला (स्टिमुलेटिंग) प्रभाव दिखाता है। यही करण है कि अजमोद के उपयोग से रोगप्रतिरोधक क्षमता में सुधार किया जा सकता है।

मधुमेह मे अजमोद के फायदे (Parsley Benefits in Diabetes)

मधुमेह में अजमोद का उपयोग करने से फायदा हो सकता है। चूहों पर हुए एक शोध के अनुसार अजमोद के बीजों में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते है, जिनमें ब्लड में शुगर की मात्रा को नियंत्रित करने की क्षमता पायी जाती है। इसके अनुसार कहा जा सकता है, कि मधुमेह को दूर करने में अजमोद का उपयोग फायदेबंद साबित हो सकता है।

दांतो के दर्द में अजमोद के फायदे (Parsley Benefits in Toothache)

अजमोद का प्रयोग इस प्रकार से करने से दांतो का दर्द दूर होता है, सेलेरी को आग पर हल्का भूनने के बाद चूर्ण बनाकर दांतों और मसूढ़ों पर चूर्ण को हल्के से मलने पर दांतों के दर्द के साथ मुंह की अन्य समस्याओं में भी जल्दी फायदा मिलता है।

बालों के लिए अजमोद के लाभ (Parsley Benefits in Hair)

अजमोद का प्रयोग बालों के लिए बहुत फायदेबंद साबित हो सकता है, क्योकि इसमें सिनजेटिक के अलावा एंटी हेयरलॉस प्रभाव भी उपस्थिति होता है। इस आधार पर ऐसा कहा जा सकता है, कि यह बालों को झड़ने और टूटने से रोक सकता है और बालों की जड़ों को मजबूत बनाता है।

गठिया की समस्या में लाभदायक अजमोद (Parsley Benefits in Arthritis Problem)

अजमोद का उपयोग करके गठिया के साथ-साथ जोड़ों के दर्द और घुटनों के दर्द की समस्या में भी लाभ पा सकते हैं। अजमोद में एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभाव उपस्थिति होता है, जिसके कारण इसका उपयोग करने से जोड़ों में आने वाली सूजन और दर्द को दूर किया जा सकता है।

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बॉडी को हाइड्रेट करने में अजमोद के फायदे (Parsley Benefits in Hydrating the Body)

शरीर में जल की कमी हो जाने पर डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है। अजमोद में भरपूर मात्रा में जल उपस्थिति होता है। इस लिए कहा जा सकता है, कि अजमोद का प्रयोग करने से बॉडी को डिहाइड्रेशन से बचाने में मदद मिल सकता है।

संक्रमण से बचने में अजमोदा के फायदे (Parsley Benefits in Preventing Infection)

एक शोध के अनुसार पता चला है, कि अजमोद में कुछ ऐसे महत्वपूर्ण तत्व पाए जाते है। जिसके कारण इसमें बैक्टीरियल इन्फेक्शन से बचाने वाला (एंटी-माइक्रोबियल) प्रभाव भी उपस्थिति होता है। इस आधार पर कहा जा सकता है, कि अजमोद का प्रयोग करने से संक्रमण से बचने मे सहायता मिल सकती है।

स्किन के लिए अजमोद के फायदे (Parsley Benefits in Skin)

अजमोद के रस में जल और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो शरीर को शुद्ध कर स्किन को चमकदार बनाने में मदद कर सकते हैं। एंटीऑक्सीडेंट गुण फ्री रेडिकल को समाप्त कर स्किन की कोशिकाओं को क्षीण होने से रोकने का कार्य करते हैं, और जल विषाक्त पदार्थों को कम करके अन्य अपशिष्ट पदार्थों को खत्म करता है, जिससे स्किन रोगों को दूर रखने में मदद मिलती है।

आइये Parsley in Hindi के इस लेख में अब जानते हैं कि इसके किस–किस भाग को प्रयोग में लाया जाता है।

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अजमोद के उपयोगी भाग (Useful parts of Parsley)

अजमोद के लगभग सभी हिस्सों का उपयोग रोगो को ठीक करने में औषधि के रूप में किया जाता है जैसे बीज, जड़, पत्ते, तेल इत्यादि।

अजमोद को उपयोग करने का तरीका (How to use Parsley)

Ajmoda का प्रयोग कई तरह से किया जा सकता है जैसे इसका सूप बनाकर और सलाद के रूप में भोजन के साथ कर सकते है। इसके अलावा इसका उपयोग सूप और जूस की तरह भी किया जा सकता है।

अजमोद कहां पाया जाता है (Where is Parsley found)

Ajmoda मुख्य रूप से हिमायल के अत्तरी और पश्चिमी प्रदेशों के साथ-साथ पंजाब की पहाड़ियों में भी उगाया जाता है। अजमोद सम्पूर्ण विश्व में पाया जाता है। भूमध्यसागरीय क्षेत्रों में Ajmoda खेती प्रचुर मात्रा में की जाती है।

चलिये इस Parsley in Hindi के लेख में अब जानते हैं कि इसके नुकसान क्‍या–क्‍या हैं।

अजमोद के नुकसान (Parsley side effects in Hindi)

Ajmoda का अधिक मात्रा में सेवन करने से छाती में जलन हो सकती है
गर्भवती महिलाओं को इसका सेवन नहीं करना चहिए क्योकि यह गर्भाशयोत्तेजक होता है।
मिर्गी के रोगी को अजमोदा के सेवन से नुकसान हो सकता है।

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निष्कर्ष (Cunclusion)

इस Parsley in Hindi के इस लेख में हमने जाना कि अजमोद सब्जी होते हुए भी अनेक रोगों में लाभ पहुंचाता है। अजमोद में अनेक फयदेबंद गुण पाए जाते है। अजमोद का प्रयोग कई तरह से कर सकते है। इसका प्रयोग हर रोग में अलग-अलग तरह से किया जाता है।

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F&Qs

अजमोद का दूसरा नाम क्या है?

अजमोद को अलग-अलग भाषाओं में अलग-अलग नामों से जाना जाता है। अजमोद को कई जगहों पर Parsley और अजमोदा के नाम से भी जानते है।

अजमोद का सेवन कैसे कर सकते हैं?

अजमोदा का उपयोग हर रोग के लिए अलग-अलग होता है। इसका सेवन बीमारी के अनुसार कर सकते है, जैसे रोज सुबह अजमोद (4 ग्राम) को ताजे जल के साथ चबाए बिना निगलने से पुराने से पुराना बुखार दूर होता है।

अधिकतम स्वास्थ लाभ पाने के लिए अजमोद को उपयोग करने का सबसे अच्छा तरीका क्या हो सकता है?

अजमोद से स्वास्थ लाभ पाने का सबसे अच्छा तरीका इसकी ताजी पत्तियों से रस निकालकर इसका सेवन करना है।

अजमोद के कौन से भाग का सेवन हम कर सकते है?

अजमोद के लगभग सभी भागों का प्रयोग औषधि के रूप में रोगों को ठीक करने के लिए किया जाता है, जैसे बीज, जड़, पत्ते और तना इत्यादि।

क्या अजमोद एक सुपरफूड है?

अजमोद से होने वाले फायदों के अनुसार इसे एक सुपरफूड माना जा सकता है।

क्या अजमोद का उपयोग बालों के लिए लाभदायक हो सकता है?

जी हां, अजमोद का उपयोग बालों के लिए लाभदायाक हो सकता है। अजमोद में सिनजेटिक के अलावा एंटी हेयरलॉस प्रभाव भी उपस्थिति होता है। इस आधार पर ऐसा कहा जा सकता है, कि यह बालों को झड़ने और टूटने से रोक सकता है और बालों की जड़ों को मजबूत बनाने में मदद करता है।

अजमोद का वैज्ञानिक नाम क्या है?

अजमोद का वैज्ञानिक नाम (Apium graveolens) एपियम ग्रेवोलेंस है।

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