Constipation Home remedies : जब पेट ठीक प्रकार से साफ नहीं होता है और हमें भारीपन या दर्द जैसा लगता है तो उस अवस्था को कब्ज (Kabz) कहते हैं। कब्ज एक ऐसा रोग है जिसकी वजह से मल पेट में जम जाता है। मल पेट में जमने के कारण गैस, एसिडिटी, पेट में भारीपन और सिरदर्द जैसी समस्या उत्पन्न होती है। यह बात बहुत अच्छी है कि कब्ज कोई बड़ी बीमारी नहीं है जिसको ठीक न किया जा सके। कब्ज का उपचार मुमकिन है। कब्ज को इंग्लिश में कॉन्स्टिपेशन (Constipation)कहते हैं। आगे इस लेख में हम आपको कब्ज से जुड़ी सारी जानकारी देंगे, जैसे कब्ज क्या है, कब्ज के प्रकार, लक्षण, कारण, घरेलू इलाज और कब्ज से बचाव।
कब्ज क्या है (Constipation Meaning in Hindi)
जब व्यक्ति का मल बहुत टाइट हो जाता है और मल त्याग करते वक्त काफी ताकत या जोर लगाना होता है उस अवस्था को कब्ज कहते हैं। कब्ज (Kabz) की परेशानी तब होती है जब हमारा पाचन तंत्र ठीक प्रकार से कार्य नहीं करता है। पाचन तंत्र के सही तरीके से काम न करने की वजह से मल बहुत कड़ा हो जाता है और पेट साफ नहीं हो पाता है।
कई बार ऐसा होता है कि मल त्याग करते वक्त पेट और गुदा में अधिक दर्द होता है। डॉक्टर के अनुसार स्वस्थ्य व्यक्ति को सप्ताह में 12 से 13 बार मल त्याग करना चाहिए। अधिकतर लोगों को कब्ज के कारण पेट में गैस बनने की परेशानी होती है। कब्ज की परेशानी किसी भी आयु वर्ग के लोगों को हो सकती है।
कब्ज के प्रकार (Types of Constipation in Hindi)
कब्ज (Kabz) से ग्रसित इंसान शारीरिक व मानसिक दोनों रूप से परेशान होता है जिस कारण व्यक्ति को ऑफिस, घर या सार्वजनिक जगहों पर जाना नहीं अच्छा लगता है। कब्ज दो प्रकार का होता है।
- गम्भीर कब्ज- इस तरह की कब्ज काफी खतरनाक होती है। गंभीर कब्ज में मल पेट से बाहर नहीं निकलता है व गैस भी नहीं निकलती है। इसलिये गंभीर कब्ज होने पर आपको तुरन्त चिकित्सक से परामर्श लेनी चाहिए।
- पुरानी कब्ज- पुरानी कब्ज में मल तो बाहर आता है लेकिन अधिक परेशानियों के साथ। इसमें मल बहुत ही टाइट व कम बाहर आता है। पुरानी कब्ज में मल त्याग के बाद बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगता है क्योंकि मल त्याग के बाद भी पेट में भारीपन और दर्द महसूस होता रहता है।
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कब्ज के कारण (Constipation causes in Hindi)
- कब्ज का एक मुख्य कारण 24 घण्टे में मल त्याग न करना होता है।
- फाइबर युक्त आहार न ग्रहण करने से– यदि भोजन में फाइबर नहीं होता है तो कब्ज होने की समस्या अधिक हो जाती है। फाइबर आहार को पचाने में सहायता करता है। भोजन में फाइबर न होने की वजह से कब्ज की परेशानी प्रारम्भ हो जाती है।
- पेशाब को अधिक समय तक रोके रहना– कभी कभी ऑफिस या बाहर के कामों में इतना व्यस्त हो जाते हैं। जिसके कारण हम पेशाब को काफी समय तक रोक के रखते हैं।
- पर्याप्त नींद न लेने की वजह से।
- शरीर के हिसाब से कम भोजन ग्रहण करना।
- शरीर में पानी की कमी होना।
- आहार को कम चबा कर खाना।
- समय से आहार न खाना।
- चाय और कॉफी का अधिक सेवन करना।
- शराब व धूम्रपान का इस्तेमाल करना।
- अधिक ठोस पदार्थो का सेवन करना, जिनका ज्यादा समय में पाचन होता हो।
- शरीर में पोटैशियम और कैल्शियम की कमी के कारण।
कब्ज के लक्षण (Constipation Symptoms in hindi)
- भूख न लगना।
- पेट का साफ न होना।
- पेट में हल्का दर्द होना।
- पेट में गैस बनना।
- पेट में मरोड़ होना।
- घबराहट होना व जी मिचलाना।
- मुंह में छाले होना।
- जीभ का रंग सफेद या मैला पड़ जाना।
- कमजोरी महसूस होना।
- बार बार मल त्यागने की इच्छा लेकिन मल टाइट आना।
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कब्ज का इलाज कैसे करें (Constipation Treatment in Hindi)
शुरूआती अवस्था में कब्ज को दूर करने के लिये रोगी को घरेलू उपचारों का प्रयोग करना चाहिये और यदि कब्ज की शिकायत काफी समय से है और काफी बढ़ गयी है तो किसी अच्छे डॉक्टर से सलाह ले कर दवायें खानी चाहिये।
कब्ज से राहत पाने के घरेलू इलाज (Constipation Home remedies )
कब्ज से राहत पाने के लिये कई घरेलू उपचारों का प्रयोग हमारे देश में काफी समय से होता आ रहा है। कुछ ऐसे घरेलू उपाय हैं जिनको प्रयोग करने से कब्ज की समस्या में काफी राहत मिलती है। जो निम्न हैं–
नींबू पानी का इस्तेमाल फायदेमंद (Constipation Treatment with Lemon Water)
कब्ज (Kabz) से आराम पाने के लिए आप नींबू पानी का प्रयोग कर सकते हैं। यह कब्ज से छुटकारा पाने का एक अच्छा उपचार है। नींबू में साइट्रिक अम्ल पाया जाता है, और नमक में सोडियम क्लोराइड होता है जो कब्ज से राहत पाने के लिए काफी आरामदायक है। आप कब्ज में नींबू पानी और नमक का घोल बनाकर पी सकते हैं।
अमरूद से पाये कब्ज में छुटकारा (Constipation Treatment with Guava)
अमरूद में प्रचुर मात्रा में विटामिन सी होता है। अमरूद को आप प्रतिदिन काले नमक के साथ खायें, इसका सेवन करने से पाचन तंत्र मजबूत होता है व कब्ज से भी राहत मिलती है। कब्ज (Kabz) से परेशान व्यक्तियों को खाली पेट सुबह अमरूद प्रयोग करना चाहिए।
कब्ज में किशमिश खाना लाभदायक (Constipation Treatment with Raisin)
किशमिश में कई विटामिन‚ एंटीऑक्सीडेंट और मिनरल्स पाये जाते हैं। इसका प्रयोग करने से शरीर में खून भी बढ़ता है और कब्ज की समस्या से भी आराम मिलता है। इसके लगातार प्रयोग से यकृत स्थिर होता है। और जब यकृत सही तरीके से कार्य करेगा तो हमें कब्ज की परेशानी से छुटकारा मिल जायेगा।
कब्ज में करें चने का उपयोग (Constipation Treatment with Gram)
कब्ज की समस्या (Kabz Ka Ilaj) से छुटकारा पाने के लिए चना खाना बहुत ही फायदेमंद होता है। आप इसका प्रयोग चने में जीरा या सोंठ का पाउडर डालकर कर इस्तेमाल कर सकते हैं।
पपीते का सेवन (Constipation Treatment with Papaya)
पपीता औषधीय गुणों से प्रसिद्ध है। पपीते में पपाइन नामक तत्व पाया जाता है जो भोजन को पाचन करने का कार्य करता है। पपीते में प्रचुर मात्रा में विटामिन बी होता है, और साथ ही पपीते में एंटीऑक्सीडेंट के गुण भी पाये जाते हैं। जो सेहत के लिए काफी फायदेमंद हैं पपीता हमें एक साथ कई बीमारियों से बचाता है। पपीते को कब्ज की दवा भी कहते हैं।
शहद की मदद से करें कब्ज ठीक (Constipation Treatment with Honey)
शहद का प्राचीन काल से ही कब्ज की दवा के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है वैज्ञानिकों के अनुसार शहद में कई सारे गुण पाये जाते हैं जो कब्ज की समस्या में आराम दिलाते हैं। इसलिए आप शहद का सेवन करके कब्ज को दूर (Kabz Ka Ilaj) कर सकते हैं।
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कब्ज में डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए (Constipation Treatment in Hindi)
- यदि आपको घरेलू इलाज से किसी भी प्रकार का कोई आराम न मिल रहा हो तो आपको तुरन्त डॉक्टर से सम्पर्क करना चाहिए।
- पेट में अधिक दर्द होने पर।
- मल त्याग करते समय अधिक परेशानी होने पर।
- लगातार कब्ज की समस्या होने पर।
- पेट में अधिक मरोड़ होना।
- कब्ज के कारण मुंह में छाले होने पर।
कब्ज का इलाज (Kabz Ka Ilaj)
आप कब्ज को ठीक (Kabz Ka Ilaj) करने के लिये निम्न उपायों को कर सकते हैं।
- आप कब्ज में ईसबगोल गोली का सेवन करें।
- रात को भोजन करने के बाद 1 चम्मच त्रिफला चूर्ण का प्रयोग करें।
- मेथी दाने का उपयोग करें।
- अपने खाने में फाइबर युक्त भोज्य पदार्थों को शामिल करें।
कब्ज में क्या खाना चाहिए (What to eat in Constipation)
- अपने खाने में मोटे अनाज‚ रेशेदार फल एवं सब्जियों का प्रयोग करें।
- पपीता का अधिक सेवन करें।
- हरी पत्तेदार सब्जियों का इस्तेमाल करें। जैसे पालक, पत्तागोभी, मूली आदि।
- प्रतिदिन 2 से 3 लीटर पानी पियें।
- पिसे हुये चने को गेंहू के आटे में मिलाकर उसकी रोटी बनाकर खायें।
कब्ज में किन चीजों से परहेज करना (Foods to avoid for constipation)
- कब्ज में अधिक मिर्च-मसालेदार व वसा युक्त चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए।
- मैदे से बनी चीजों का प्रयोग न करें।
- कब्ज के व्यक्ति को ज्यादा दूध और पनीर का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
- शराब व ध्रुमपान का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए।
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कब्ज से आराम पाने के लिए योग व व्यायाम (Constipation Treatment with Yoga)
कब्ज की समस्या में आराम पाने के लिये कुछ योग और व्यायाम काफी फायदेमन्द साबित होते हैं जो निम्न हैं–
पवनमुक्तासन (Constipation Treatment with Pawanmuktasana)
इस योग को प्रतिदिन करने से पाचन तंत्र मजबूत होता है। जिससे भोजन का पाचन ठीक प्रकार से होने लगता है। यह कब्ज की समस्या में आराम (Kabz Treatment) पाने के लिए काफी अच्छा व्यायाम है।
भुजंगासन (Constipation Treatment with Bhujangasana)
पाचन तंत्र की कार्यप्रणाली की ठीक करने के लिए यह काफी उत्तम आसन है। यह आसन पेट की मांसपेशियों को स्थिर करता है। आपको इस आसन को प्रतिदिन सुबह करना चाहिए। इसके प्रयोग से कब्ज की समस्या से छुटकारा (Kabz Treatment) पाया जा सकता है।
बालासन (Constipation Treatment with Balasana)
बालासन को आराम करने वाला योग माना जाता है। इस योग को करने से कमर दर्द, गर्दन दर्द और थकान में काफी सहायता मिलती है। इस योग के लगातार प्रयास से पेट के भीतरी अंगो की ठीक प्रकार से मसाज होती है। जिसकी वजह से कब्ज की समस्या (Kabz Treatment) दूर होती है।
वज्रासन (Constipation Treatment with Vajrasana)
कब्ज और अपचन को दूर करने के लिये इस योगासन का सदियों से प्रयोग होता आ रहा है। इससे पुरानी से पुरानी कब्ज, गैस और पाचन सम्बन्धी समस्याओं को बड़ी आसानी से ठीक किया जा सकता है। इस आसन को कब्ज और अपचन को दूर करने के लिये सबसे अच्छा और बेहतरीन आसन माना जाता है।
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कब्ज से बचाव (Constipation Prevent in Hindi)
निम्न बातों को ध्यान में रखकर आप कब्ज की समस्या से बचाव कर सकते हैं-
- प्रतिदिन फाइबर युक्त भोजन करने से आप कब्ज की समस्या से बच सकते हैं।
- समय पर भोजन खायें।
- पेशाब आने पर तुरन्त पेशाब जाना चाहिये।
- ज्यादा देर तक पेशाब को नहीं रोकना चाहिये।
- रोजाना पर्याप्त मात्रा में नींद लें।
- भोजन को धीरे धीरे व ठीक प्रकार से चबा कर खायें।
- शराब व धूम्रपान के प्रयोग से दूर रहें।
- अधिक वसा युक्त चीजों का बिल्कुल प्रयोग न करें।
- प्रतिदिन 6 से 7 गिलास पानी पियें।
- नियमित व्यायाम करें।
निष्कर्ष (Conclusion)
कब्ज एक पाचन सम्बन्धी समस्या है जो किसी भी आयुवर्ग के लोगों को हो सकती है। कब्ज को सही करने के लिए आप घरेलू इलाज (Kabz Treatment) भी कर सकते हैं। इसके अलावा आप प्रतिदिन व्यायाम करें व फाइबर युक्त भोजन का सेवन करें। यदि आपको कब्ज की समस्या ज्यादा गंभीर है तो आपको तुरन्त डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
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कब्ज में पूछे जाने वाले प्रश्न और उत्तर
क्या दूध पीने से कब्ज दूर होता है?
जी हाँ दूध के नियमित इस्तेमाल से कब्ज दूर होता है आप शाम को भोजन करने के बाद एक गिलास गुनगुने दूध का सेवन करें।
कब्ज किस विटामिन के कारण होता है?
विटामिन बी 12 की कमी की वजह से कब्ज होता है।
कब्ज की समस्या में कितना पानी पीना चाहिए?
कब्ज में कम से कम 3 से 4 लीटर पानी पीना चाहिए और प्रतिदिन इसकी शुरूआत सुबह उठकर एक गिलास गुनगुना पानी पीने से करना चाहिए। इससे कब्ज की समस्या को कम किया जा सकता है।
कब्ज से दूर रहने के लिए कौन–कौन से व्यायाम करने चाहिए?
आपको प्रतिदिन भुजंगासन, बालासन‚ बज्रासन जैसे योग और व्यायाम करने चाहिए। इन योग को करने से पाचन तंत्र मजबूत होता है व कब्ज से राहत मिलती है।
कब्ज में क्या नहीं खाना चाहिए?
कब्ज में अधिक तैलीय‚मिर्च मसालेदार व मैदा से बनी चीजों को नहीं खाना चाहिए।
क्या चाय का सेवन करने से कब्ज होता है?
चाय व कॉफी को ज्यादा पीने से कब्ज की समस्या हो सकती है।
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