Abhayarishta Syrup Uses in Hindi | अभयारिष्ट सिरप के उपयोग‚ फायदे और नुकसान

Abhayarishta Syrup Uses in Hindi : अभयारिष्ट एक आयुर्वेदिक सिरप है अभयारिष्ट सिरप का उपयोग मुख्य रूप से कब्ज और बवासीर के रोग को दूर करने के लिये किया जाता है। इसके अलावा कुछ अन्य परेशानियों को दूर करने के लिये भी अभयारिष्ट सिरप का उपयोग करने की सलाह चिकित्सको द्वारा (अपने मरीजों को दी जाती है। तो आइये Abhayarishta Syrup Uses in Hindi के इस लेख में विस्तार से जानते हैं अभयारिष्ट सिरप के फायदे और नुकसान।

Manufacturar :Baidyanath, Dabur & Patanjali
Salt Composition :Haritaki fruit, Amalaki fruit, Kapittha fruit pulp, Indravaruni root, Vidanga fruit, Pippali Root, Lodhra Bark, Maricha Fruit, Kankola fruit & Guda.
M.R.P. :157.00 Rs. (450 ml 1 bottle)

अभयारिष्ट सिरप के उपयोग – Abhayarishta Syrup Uses in Hindi

  • अभयारिष्ट सिरप का उपयोग कब्ज को दूर करने के लिये किया जाता है।
  • अभयारिष्ट सिरप का उपयोग बवासीर की बीमारी को ठीक करने के लिये किया जाता है।
  • भूख न लगने (Anorexia) की समस्या को ठीक करने के लिये अभयारिष्ट सिरप (Abhayarishta syrup) का उपयोग किया जाता है।
  • इसके अलावा कई अन्य समस्याओं जैसे बवासीर‚ फिशर और भगन्दर को दूर करने के लिये भी अभयारिष्ट सिरप का उपयोग किया जाता है।

अभयारिष्ट सिरप के उपयोगों को जानने के पश्चात् Abhayarishta Syrup Uses in Hindi के इस लेख में इसके फायदों के बारे में विस्तार से जानते हैं।

अभयारिष्ट सिरप के फायदे – Abhayarishta Syrup Benefits in Hindi

अभयारिष्ट सिरप का उपयोग मुख्य रूप से कब्ज और बवासीर के इलाज के लिये किया जाता है। इसके अलावा अभयारिष्ट सिरप (Abhayarishta Syrup) कई सारी अन्य बीमारियों को ठीक करने के लिये भी लाभदायक है। तो आइये अभयारिष्ट सिरप के फायदों के बारे में विस्तार से जानते हैं–

बवासीर के लिए अभयारिष्ट सिरप लाभदायक – Abhayarishta Syrup Benefits for Piles

बवासीर के रोगियों के लिये अभयारिष्ट सिरप काफी फायदेमंद है क्योंकि बवासीर होने का मुख्य कारण कब्ज माना जाता है। यह कब्ज की समस्या को दूर करती है और बवासीर की बीमारी से आराम दिलाती है।

कब्ज की बीमारी में अभयारिष्ट सिरप फायदेमंद – Abhayarishta Syrup Benefits in Constipation

वर्तमान समय में कब्ज होना एक सामान्य बात है यह किसी भी उम्र के व्यक्तियों को हो सकती है कब्ज की समस्या को दूर करने के लिये अभयारिष्ट सिरप काफी लाभदायक है।

आंतो और लीवर की बीमारी में अभयारिष्ट सिरप के लाभ – Benefits of Abhayarish Syrup in Liver Disease)

आंतो और लीवर की बीमारी के इलाज के लिये भी अभयारिष्ट सिरप का उपयोग किया जाता है। यह आंतो को स्वस्थ रखती है और दस्त को रोकने में मदद करती है।

अभयारिष्ट सिरप का उपयोग पेट से सम्बन्धित उपरलिखित बीमारियों में किया जाता है। इसलिये Abhayarishta Syrup Uses in Hindi के इस लेख में इसकी खुराक के बारे में विस्तार से जानते हैं।

और पढ़ें– बवासीर के मस्सों को सुखाने की टॉप टेन दवायें

अभयारिष्ट सिरप की खुराक – Abhayarishta Syrup Dosage in Hindi

पेट से सम्बन्धित बीमारियों में सुबह शाम इसका प्रयोग निम्नानुसार कर सकते हैं।

  • पेट से सम्बन्धित बीमारी कब्ज और खूनी और बादी बवासीर की शिकायत होने पर डॉक्टर की सलाह पर रोगी अभयारिष्ट सिरप की 30 ml मात्रा को एक कप गुनगुने पानी में मिलाकर सुबह शाम खाना खाने के बाद लेना चाहिए। इससे जल्दी से लाभ मिलने की सम्भावना प्रबल होती है।

अभयारिष्ट सिरप को लेने से रोगी को कुछ सामान्य साइड इफेक्ट् भी हो सकते है। आइये Abhayarishta Syrup Uses in Hindi के इस लेख में इससे होने वाले साइड इफेक्ट्स पर भी प्रकाश डालते हैं।

अभयारिष्ट सिरप के साइड इफेक्ट – Abhayarishta Syrup Side Effects in Hindi

अभयारिष्ट सिरप कई प्रकार की जड़ी बूटियों का शोधन करके बड़ी लम्बी प्रक्रिया के बाद तैयार होता है। जड़ी बूटियों के द्वारा बने इस अभयारिष्ट सिरप से अभी तक शरीर पर कोई भी साइड इफेक्ट पड़ने के कारण सामने नहीं आये हैं। यदि फिर भी आपको अभयारिष्ट सिरप के उपयोग से कोई साइड इफेक्ट महसूस होते हैं तो आपको इसका सेवन बन्द कर देना चाहिए और तुरन्त अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।

अभयारिष्ट सिरप से जुड़ी सावधानियां – Abhayarishta Syrup Precaution in Hindi

  • अभयारिष्ट सिरप को बनाने में गुड़ या शर्करा का प्रयोग किया जाता है जिसके कारण मधुमेह रोग से ग्रसित रोगियों को अभयारिष्ट सिरप का सेवन डॉक्टर की परामर्श के बिना नहीं करना चाहिए।
  • अभयारिष्ट सिरप का उपयोग गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को डॉक्टर की सलाह से करना चाहिए।
  • अधिकतर जिन लोगो को ह्रदय रोग की शिकायत होती है उन्हें डायबिटीज की भी शिकायत होती है इसलिये ह्रदय रोगियों को अभयारिष्ट सिरप पीने से नुकसान हो सकता है। इसलिये ह्रदय रोगियों को अभयारिष्ट सिरप का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य लेनी चाहिए।

निष्कर्ष (Conclusion)

आज Abhayarishta Syrup Uses in Hindi के इस लेख में अभयारिष्ट सिरप के बारे में जाना है जिसका उपयोग खासतौर से बवासीर और कब्ज की समस्या से आराम पाने के लिये किया जाता है लेकिन पूरी तरह से कब्ज और बवासीर की बीमारी को ठीक करने के लिये आपको अपने डॉक्टर से परामर्श कर अन्य दवााओं का भी सेवन करना चाहिए‚ क्योंकि अभयारिष्ट सिरप आपको सिर्फ कब्ज और बवासीर के रोग से राहत दिला सकती है पूर्ण रूप से समाप्त नहीं कर सकता है।

और पढ़ें– बवासीर को जड़ से समाप्त करने की दस सर्वश्रेष्ठ दवायें

अभयारिष्ट सिरप से सम्बंधित पूछे जाने वाले प्रश्न (F&Q)

अभयारिष्ट पीने से क्या लाभ होता है?

अभयारिष्ट सिरप का सेवन करने से बवासीर और कब्ज की समस्या में काफी लाभ होता है अभयारिष्ट सिरप के उपयोग से कब्ज और बवासीर की बीमारी को दूर किया जाता है।

सबसे अच्छा अभयारिष्ट कौन सा है?

कई आयुर्वेदिक कम्पनियों द्वारा अभयारिष्ट सिरप का निर्माण किया जाता है जिसमें से बैद्यनाथ, डाबर और पतंजलि मुख्य है। इनमें से आप किसी भी कम्पनी का सिरप लेकर प्रयोग कर सकते हैं।

अभयारिष्ट कब पीना चाहिए?

30 मिली लीटर अभयारिष्ट सिरप कब्ज और बवासीर की शिकायत होने पर प्रतिदिन सुबह और शाम को भोजन करने के बाद एक कप गुनगुने पानी में मिलाकर पीना चाहिए।

अभयारिष्ट कैसे प्रयोग करें?

रोजाना सुबह और शाम को भोजन करने के बाद 30 मिली लीटर अभयारिष्ट सिरप एक कप गुनगुने पानी में मिलाकर पीना चाहिए।

बवासीर का परमानेंट इलाज क्या है?

बवासीर में एनल कैनॉल के अन्दर मस्से बन जाते हैं जो अभयारिष्ट सिरप पीने से ठीक नहीं होते हैं बवासीर का परमानेंट इलाज करने के लिये रोगी को ऐसी दवा का प्रयोग करना चाहिए जो मस्सो को सुखा सके। ऑनलाइन और मेडिकल स्टोरों पर कुछ ऐसी दवायें उपलब्ध हैं जो बवासीर के मस्सों को जड़ से सुखा देती हैं। उन दवाइयों के प्रयोग से जब मस्से सूख जाते हैं तो बवासीर परमानेंट के लिये ठीक हो जाती है।

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