आंवला के उपयोग, फायदे और नुकसान | Amla Benefits In Hindi

Amla Benefits In Hindi : आंवला एक हरे और पीले रंग का छोटा गोलाकार फल होता है। जिसमें अनेकों औषधीय गुण पाये जाते हैं। आंवला त्वचा और बालों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसके अलावा आंवला के उपयोग से कई प्रकार के रोगों में राहत पायी जा सकती है। आंवला का प्रयोग अचार, मुरब्‍बा‚ पाउडर और जूस के रूप में किया जाता है। आंवला में अच्छी मात्रा में विटामिन, मिनरल और न्यूट्रिएन्ट्स पाऐ जाते हैं। चालिए आज के इस लेख में आंवला के उपयोग‚ फायदे और नुकसान के बारे में विस्तार से जानते हैं।

Table of Contents

आंवला क्या है (What is Amla in Hindi)

आंवला एक ऐसा फल है जिसमें अनेक अनमोल गुण पाये जाते हैं‚ जो मानव शरीर में होने वाले कई रोगों को दूर करने में मदद करते हैं। भारतवर्ष में आंवला का प्रयोग औषधि के रूप में वैदिक काल से होता आ रहा है। आयुर्वेद में आंवला को अमृतफल या धात्रीफल के नाम से भी जाना जाता है।

काष्ठौषधि पेड़-पौधों से बनने वाली औषधि है, तथा रसौषधि धातुओं और खनिजों से मिलकर बनती है। काष्ठौषधि और रसौषधि दोनों प्रकार की औषधियों को बनाने के लिए आंवला का प्रयोग किया जाता है। रसायनिक द्रव्यों में सबसे अच्छा द्रव्य आंवला को माना गया है। आंवला के पेस्ट को रुखे-सूखे और बेजान बालों पर लगाने से बाल काले, घने और चमकदार दिखने लगते हैं।

आंवला के अन्य भाषाओं में नाम (Amla Names in Different Languages in Hindi)

आंवला को दुनिया भर में कई नामों से जाना जाता है। आंवला का वानस्पतिक नाम पांईलैन्थस एम्बलिका (Phyllanthus Emblica) है। इसके अलावा इसको कई भाषाओं में कई अन्य नामों से पुकारा या जाना जाता है।

भाषा (Languages)आंवला के नाम (Amla Names)
हिन्दी आमला, आँवला, आंवरा, आंबला औरा
संस्‍कृत अमृता, अमृतफल, आमलकी, पंचरसा
तेलुगू उसरिकाय (Usirikai)
गुजराती आमला (Amla), आमली (Amli)
अंग्रेजी एम्बलिक मायरीबालान (Emblic myribalan), इण्डियन गूसबेरी (Indian gooseberry)
मराठी आँवले (Anwale), आवलकाठी (Aawalkathi)
मलयालम नेल्लिमारम (Nellimaram)‚नेल्लिका (Nellikka)
तमिल नेल्लिमार (Nellimaram)
उर्दू आँवला (Anwala)
पंजाबी आमला (Amla)
नेपाली अमला (Amla)

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आंवला के फायदे (Amla Benefits in hindi)

आंवला का प्रयोग करके मानव शरीर में होने वाले अनेक तरह के रोगों को दूर किया जा सकता है। रूखे-सूखे और बेजान बालों को घने और चमकदार बनाना, दस्त, मधुमेह, नॉन्डिस, एनीमिया, रक्तपित्त, मोतियाबिंद, वात-पित्त, गठिया, हेमोराइड, सांस की बीमारी, पीलिया, बुखार इत्यादि बीमारियों को आंवला की मदद से दूर किया जा सकता है।
चलिऐ आंवला के फायदों के बारे में एक-एक करके विस्तार से जानते हैं–

मोतियाबिंद में आंवला से लाभ (Amla Benefits in cataract in Hindi)

बढ़ती उम्र के साथ होने वाले रोग मोतियाबिंद से बचने के लिए आंवला का प्रयोग किया जाता है। आंवला के साथ रसांजन, शहद और घी को अच्छे से मिलाकर नियमित रूप से आंखों में लगाने से मोतियाबिंद में लाभ होता है।

आंखों के रोग में आंवला से लाभ (Amla Benefits For Eye Diseases in Hindi)

आंखों की बीमारी में लाभ पाने के लिए आंवला को कई तरह से प्रयोग किया जाता है। आंखो में होने वाले दर्द सें राहत पाने के लिए एक से दो बूंद आंवला रस को आंखों में डालने से काफी लाभ मिलता है। आंखें आने पर आंवला का पत्‍ता और फल को आपस में मिलाकर लगाने से काफी राहत मिलती है।

नाक से खून बहने की बीमारी में आंवला के फायदे (Amla Benefits For Nose Bleeding Disease in Hindi)

नाक से खून बहने की बीमारी के कारण अलग अलग हो सकते हैं लेकिन नकसीर (नाक से खून बहने की बीमारी) की बीमारी में लाभ दिलाने के लिये आंवला काफी फायदेमंद होता है। नकसीर में राहत पाने के लिए आम, आंवला और कांजी को एक साथ महीन पीसकर मस्तक पर लेप लगाना चाहिये।

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त्वचा और बालों के लिए आंवला के फायदे (Amla Benefits For Skin and Hair in Hindi)

खाली पेट आंवला का सेवन करने से त्वचा और बालों में चमक आती है। आंवला में पाये जाने वाले एंटी–ऑक्सीडेंट से स्किन पर होने वाले दाग-धब्बों को दूर करने में सहायता मिलती है। आंवले में पायी जाने वाली विटामिन –सी स्किन और बालों को फ्री रेडिकल्स से बचाती है।

डायबिटीज के रोग में आंवला के फायदे (Amla Benefits For Diabetes in Hindi)

डायबिटीज को कम करने के लिए कई तरह से आंवला का प्रयोग किया जाता है।

  • डायबिटीज को कम करने के लिए आंवले के रस को मधु के साथ सेवन करें।
  • आंवला, हरड़, बहेड़ा, नागरमोथा, दारूहल्दी और देवदारु को बराबर मात्रा में मिलाकर चूर्ण बना लें इस चूर्ण को 10-20 मिली मात्रा में सुबह शाम नियमित रूप से सेवन करने से डायबिटीज या मधुमेह रोग में राहत मिलती है।

कुष्ठ रोग में राहत दिलाये आंवला (Amla Benefits For Leprosy in Hindi)

कुष्ठ रोग में आंवला का सेवन करना काफी लाभकारी सिद्ध होता है। कुष्ठ रोग में लाभ पाने के लिए आंवला और नीम के पत्तों को बराबर मात्रा में लेकर महीन पाउडर बना लेना चाहिये और इस पाउडर को 2 से 6 ग्राम या अधिकतम् 10 ग्राम तक प्रतिदिन सुबह नियमित रूप से मधु के साथ मिलाकर खाना चाहिये।

खुजली को दूर करने में आंवला के फायदे (Amla Benefits For Relieving Itching in Hindi)

आमला खुजली को दूर करने में सहायक होता है। खुजली में लाभ पाने के लिए आंवले की गुठली को आग में भून लेना चाहिये और फिर इसका चूर्ण बनाकर नारियल के तेल में मिलाकर खुजली वाले स्‍थान पर लगाना चाहिये। इससे खुजली की समस्‍या कुछ दिनों में ठीक हो जाती है।

बालों की बीमारियों में आंवला के फायदे (Amla Benefits For Hair Diseases in Hindi)

आजकल किसी भी उम्र में बाल सफेद होने लगते हैं। सफेद बालों की समस्या को दूर करने के लिए आंवला को अन्‍य कुछ जड़ी–बूटियों के साथ मिला कर मिश्रण बनाया जाता है‚ जिसको बालों पर लगाने से काफी फायदा होता है–

  • कम उम्र में बाल सफेद होनी की समस्या को दूर करने के लिए 30 ग्राम सूखा हुआ आंवला, 10 ग्राम बहेड़ा, 50 ग्राम आम की गुठली की गिरी और 10 ग्राम लौह भस्म को लोहे की कढ़ाई में एक रात लिए भिगो दें। अगले दिन इसको अच्‍छी तरह से मिलाकर लेप बना लें। इस लेप को रोज बालों पर लगाने से बालों की सफेदी कम हो सकती है।
  • बालों की जड़ों को मजबूत और बालों को काला बनाने के लिए आंवला और आम की मज्जा को एक साथ पीस कर बालों पर लगाने पर भी काफी फायदा मिलता है।
  • आंवला पाउडर, लौह भस्म और गुड़हल के फूल को एक साथ पीस कर लेप बना लें। इस लेप को नहाने से पहले कुछ समय तक के लिये बालों पर लगाना चाहिये। इससे बाल सफेद होने से बच जाते हैं।
  • बालों को मुलायम घना और लंबा बनाने के लिए आंवला, रीठा और शिकाकाई को मिलाकर काढ़ा बना लेना चाहिये। इस काढे को बालों पर लगाकर कुछ समय के लिये छोड़ देना चाहिये। जब यह सूख जाय तो इसे पानी से धुल देना चाहिये। इससे बाल काफी नरम और लम्‍बे होते हैं।

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दस्त होने पर आंवला के फायदे (Amla Benefits For Diarrhea in Hindi)

दस्त होने पर आंवला के 10-20 ग्राम पत्तों को पीसकर छाछ के साथ सुबह शाम नियमित रूप से पीने से दस्त की समस्या में काफी फायदा मिलता है।

उल्टी होने पर आंवला के फायदे (Amla Benefits For Vomiting in Hindi)

उल्टी और हिचकी को बंद करने के लिए 10 से 20 मिली० आंवला के रस में 5 से 10 ग्राम मिश्री को मिलाकर पीना चाहिये। आंवला के पाउडर (5-10 ग्राम) को पानी के साथ सेवन करने से भी उल्टी होने की समस्या में लाभ मिलता है।

एसिडिटी में आंवला से लाभ (Amla Benefits For Acidity in Hindi)

एसिडिटी की समस्या किसी को भी हो सकती है। एसिडिटी की समस्या को दूर करने के लिए आंवला के (10 ग्राम) बीजों को रात भर पानी में डालकर रख दें और सुबह इन बीजों को निकालकर पीस लें । इस पिसे हुये बीजों को 250 मिली० गाय के दूध के साथ पीने से एसिडिटी में काफी ज्‍यादा लाभ होता है।

बवासीर में आंवला से लाभ (Amla Benefits For Piles in Hindi)

आज कल की असंयमित दिनचर्या और मसालेदार भोजन के ज्यादा सेवन करने से बहुत जल्दी कब्ज की शिकायत हो जाती है। कब्ज ही बवासीर होने का मुख्य कारण होता है। कब्ज और बवासीर के रोग में आंवला काफी मददगार साबित होता है। इन बीमारियों को ठीक करने के निम्न प्रकार है–

  • प्रतिदिन सुबह खाली पेट आंवला के जूस का सेवन करने से कब्ज काे दूर करने में काफी फायदा होता है। कब्ज में आराम मिल जाता है तो बवासीर की कई परेशानियों में राहत मिल जाती है। इसलिये बवासीर के रोगी को राेज सुबह आंवला का जूस पीना चाहिये।
  • खूनी बवासीर में एक चम्मच आमला के पाउडर को दही के उपर पड़ने वाली मलाई में मिलकर दिन में कम से कम तीन बार सेवन करना चाहिये। इससे खूनी बवासीर में काफी फायदा होता है।

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हिचकी की समस्या में आंवला के फायदे (Benefits of Amla in Hiccups in Hindi)

  • 10-20 मिली0 आंवला का रस और पीपल के पत्ते के 2-3 ग्राम पाउडर को दो चम्मच शहद में मिलाकर दिन में दो से तीन बार तक खाने से आ रही हिचकी बन्‍द हो जाती है।
  • पीपल, आंवला और सोंठ के दो-दो ग्राम पाउडर में दस ग्राम खांड और एक चम्मच शहद मिलाकर मिश्रण बना लेना चाहिये और इस मिश्रण को थोड़े-थोड़े समय बाद चाटने पर हिचकी में काफी आराम मिलता है इसके साथ ही यह दमा रोग में भी काफी आराम दिलाता है।

कैंसर से बचाव में आंवला के फायदे ( Benefits of Amla in Preventing Cancer in Hindi)

एक रिसर्च के अनुसार सावित हुआ है, कि आंवला कें रस में एलाजिक एसिड, गैलिक एसिड और कई तरह के कैंसर रोकने और कैंसर के इलाज में मदद करने वाले तत्व पाये जाते हैं। आंवला के रस में प्रचुर मात्रा में एंटी–ऑक्सीडेंट भी पाये जाते हैं। एंटी–ऑक्सीडेंट शरीर में मुक्त कणों (Free Radicals) को कम करते हैं जिसके कारण कैंसर का खतरा कम हो जाता है।

वजन घटाने में आंवला के फायदे (Amla Benefit in Weight Loss in Hindi)

आंवला के रस में बहुत कम मात्रा में कैलोरी पायी जाती है जिसके कारण आंवला के जूस को वजन कम करने वाले एक सप्लीमेंट के रूप में प्रयोग किया जाता है। आंवला में एंटी–ऑक्सीडेंट्स गुण पाया जाता है जो पाचन तंत्र को सुधारने में मदद करता है और उपापचय (Metabolism) को बढ़ाता है, जो मानव शरीर की ज्यादा चर्बी को कम करने में सहायता करता है इसके अलावा यह खराब कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को भी कम करने में मदद करता है।

दिल के स्वास्थ्य को सुधारनें में आंवला के फायदे (Benefits of Amla in Improving Heart Health in Hindi)

आंवला का रस प्रयोग करने से ब्लड प्रेशर को कम करने फायदा मिलता है। आंवला के रस में पोटेशियम पाया जाता है जो रक्त वाहिकाओं और धमनियों में तनाव को कम करता है। धमनियों में तनाव कम कर देने के कारण आंवले का रस एथेरोस्क्लेरोसिस, दिल के दौरे और स्ट्रोक के लक्षणों को रोकने में मदद करता है।

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गले की खराश को दूर करने में आंवला के लाभ (Benefits of Amla in Relieving Sore Throat in Hindi)

आंवला के रस से खांसी और गले की खराश को भी दूर किया जा सकता है। एक चम्मच शहद के साथ आंवले का रस (15-20 मिलीलीटर) दिन में दो बार लेने से गले की खराश और खांसी में आराम मिलता है और नियमित प्रयोग से खराश और खांसी ठीक हो जाती है।

आंवला कहां पाया जाता है (Where is Amla found in Hindi)

समुद्र तल से 1300 मी0 की ऊंचाई परआंवला जंगलों, बाग-बगीचों‚ सड़क के किनारों पर पाया जाता है। बाग-बगीचों से प्राप्त किये जाने वाले आंवले के फल जंगल से प्राप्त किये जाने वाले आंवले के फल की तुलना में बड़े होते है। आंवले के पेड़ की पत्तियां इमली के पेड़ की पत्तियों जैसी होती हैं परन्‍तु इमली के पेड़ की पत्तियों से थोड़ी सी बड़ी होती है। भारतवर्ष मे आंवला उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और झारखंड इत्यादि राज्यों में पाया जाता है। भारत में सबसे ज्‍यादा आंवला उत्तर प्रदेश में होता है। आंवला एशिया, यूरोप और अफ्रीका में भी पाया जाता है। हिमालयी क्षेत्र में आंवला के पे़ड़ सबसे अधिक मात्रा में पाये जाते हैं।

निष्कर्ष (Conclusion)

आंवला का उपयोग करके कई रोगो को ठीक किया जा सकता है। इसमें अनेक औषधीय गुण पाये जाते है। जो मानव शरीर में होने वाले रोगो को कम करने में मदद करते है। प्रत्‍येक व्‍यक्‍ति को आंवला का सेवन किसी न किसी रूप में अवश्य करना चाहिये। आंवला के प्रयोग से शरीर में कई तरह की बीमारियों से बचा जा सकता है।

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लोगों द्वारा ज्यादातर पूछे जाने वाले सवाल (F&Qs)

आंवले की तासीर कैसी होती है ?

आंवले की तासीर ठंडी होती है।

आंवला खाने से क्या नुकसान होता है ?

आंवला के प्रयोग से किसी भी प्रकार का कोई नुकसान आज तक नहीं देखा गया है।

सर्दियों में आंवला कैसे खा सकते हैं ?

सर्दियों में आंवले को कई तरह से खा सकते है जैसे फल के रूप में, जूस के रूप में, मुरब्बे के रूप में इत्यादि।

प्रतिदिन एक आंवला खाने से क्या होता है ?

प्रतिदिन एक आंवला खाने से इम्यून सिस्टम कभी कमजोर नहीं होता है। आंवले में विटामिन प्रचुर मात्रा पायी जाती है। इसके अलावा आंवला में फाइबर, फोलेट, एंटी-ऑक्सीडेंट्स, फास्फोरस, आयरन, मैग्‍नीशियम और कैल्शियम जैसे कई लाभदायक गुण पाये जाते हैं।

आंवला खाने से कौन सा रोग दूर होता है ?

आंवला में प्रचुर मात्रा में विटामिन सी पायी जाती है और आंवला खाने से इम्युन सिस्टम मजबूत होता है। इसकी सहायता से विषैले पदार्थ मानव शरीर से बाहर निकल जाते हैं और इससे बैक्टीरिया से भी लड़ने की शक्ति मिलती है। यदि आपका पेट खराब रहता है तो आंवला खाना आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है।

आंवला खाने का सही समय क्या है ?

आंवले को आप किसी भी समय खा सकते है। अगर आंवले का सेवन सुबह खाली पेट किया जाये तो यह स्वास्थ्य के लिए सबसे ज्‍यादा लाभदायक होता है। आंवला को सुबह खाली पेट खाने से मानव शरीर में उपस्थिति टॉक्सिन्स बाहर निकल जाते हैं। इसके अलावा स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याएं भी दूर होती हैं।

आंवला कितने दिन तक खाना चाहिए ?

हमें आंवला प्रतिदिन खाना चाहिए क्योकि आंवला खाने से बीमारियां दूर होती है। इसे खाने से मनुष्य की उम्र भी बढ़ती है। एक आंवले के फल में दो संतरों के बार-बार विटामिन सी होती है।

हर रोज खाली पेट आंवले का जूस पीने से क्या होता है ?

सुबह खाली पेट आंवले का जूस पीने से वजन कम करने में सहायता मिलती है। आंवला में पाये जाने वाले फाइबर से पाचन तंत्र में सुधार होता है। इसके साथ-साथ ये भूख को भी काफी नियंत्रण में रखता है। इसके अलावा प्रतिदिन सुबह खाली पेट आंवले का जूस पीने से मेटाबॉलिज्म भी बेहतर होता है, जिससे वजन घटाने में सहायता मिलती है।

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