Cystone Syrup Uses in Hindi | सिस्‍टोन सीरप के फायदे और नुकसान

Cystone Syrup Uses in Hindi : सिस्‍टोन एक आयुर्वेदिक सीरप है इस सीरप को गोखुरू (Tribulus terrestris)‚ पुनर्नवा (Boerhavia diffusa) और पाषाणभेद (Saxifraga ligulata) जैसी कई आयुर्वेदिक जड़ी–बूटियों से मिलाकर बनाया गया है। सिस्‍टोन सीरप का उपयोग मुख्य रूप से गुर्दे की पथरी के उपचार के में किया जाता है। इसके अलावा और भी कई रोगों में लाभ होता है।

इस सीरप का सेवन उचित मात्रा में करने से व्‍यक्‍ति के शरीर पर कोई दुष्‍प्रभाव नहीं होता है। Cystone Syrup का उपयोग करने से पहले फायदे और नुकसान के बारे में अवश्य जान लेना चाहिए। चलिये आज इस Cystone Syrup Uses in Hindi के लेख के माध्यम से सिस्‍टोन सीरप के फायदे‚ उपयोग और नुकसान के बारे विस्‍तार से जानते हैं।

Manufacture Himalaya Wellness Company
Ingredients गोखुरू (Tribulus terrestris), पुनर्नवा (Boerhavia diffusa), पाषाणभेद (Saxifraga ligulata)‚ मोथा (Cyperus rotundus)‚ शतावरी (Asparagus racemosus)‚ खसखस (Vetiveria zizanioides)‚ कर्चूर (Curcuma zedoaria).
MRP 225.00 Rs. (200ML Syrup Per 1 Bottle )

सिस्‍टोन सीरप में सम्‍मिलित औषधियां (Cystone Syrup Ingredients in Hindi)

सिस्‍टोन सीरप को कई औषधियों से मिलाकर बनाया जाता है जो निम्‍नानुसार हैं-

गोखुरू (Tribulus terrestris) – गोखुरू कई औषधीय गुणों से भरपूर जड़ी–बूटी है इसका उपयोग सदियों से आयुर्वेदिक चिकित्‍सा में कई रोगों का उपचार करने के लिये होता चला आ रहा है। इसके उपयोग से पेशाब संबंधी रोगों को ठीक करने‚ पथरी को निकालने‚ चर्म रोग इत्‍यादि को ठीक करने में मदद मिलती हैं।

पुनर्नवा (Boerhavia diffusa) – पुनर्नवा को आयुर्वेद में एक विशेष औषधि का दर्जा दिया जाता है। आयुर्वेदाचार्य पुनर्नवा का उपयोग मूत्र पथ संक्रमण को ठीक करने‚ गुर्दे में होने वाले रोगों को दूर करने‚ गठिया इत्‍यादि को ठीक करने के लिये करते हैं।

पाषाणभेद (Pasanabheda) – पाषाणभेद एक औषधीय गुणों वाला पौधा है इसके फायदों के बारे में कई आयुर्वेदिक ग्रन्‍थों में बताया गया है। आयुर्वेद में इसका उपयोग जड़ी–बूटी के रूप में रोगों का उपचार करने के लिये किया जाता रहा है। पाषाणभेद का उपयोग मुख्य रूप से पथरी का उपचार करने के लिए किया जाता है इसके अलावा मूत्र संबंधी रोग‚ पेट दर्द‚ ल्‍यूकोरिया‚ घाव इत्‍यादि में भी लाभ होता है।

सिस्‍टोन सीरप में उपर्युक्‍त औषधियों के अलावा मोथा (Cyperus rotundus)‚ शतावरी (Asparagus racemosus)‚ खसखस (Vetiveria zizanioides) और कर्चूर (Curcuma zedoaria) को भी मिलाया गया है। ये औषधियां भी गुर्दे की पथरी और मूत्राशय में होने वाले संक्रमण को ठीक करने में मदद करती हैं।

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सिस्‍टोन सीरप के उपयोग (Cystone Syrup Uses in Hindi)

सिस्‍टोन सीरप को Himalaya Wellness Company कम्‍पनी द्‍वारा बनाया जाता है। इस सीरप का उपयोग गुर्दे की पथरी का उपचार करने और मूत्राशय में होने वाले संक्रमण को ठीक करने के लिये किया जाता है।

आइये Cystone Syrup Uses in Hindi के इस लेख में सिस्टोन सीरप के उपयोग से होने वाले फायदों के बारे में जानते हैं-

सिस्‍टोन सीरप के फायदे (Cystone Syrup Benefits in Hindi)

सिस्‍टोन सीरप को पुनर्नवा‚ गोखुरू‚ पाषाणभेद और शतावरी जैसी कई आयुर्वेदिक जड़ी–बूटियों से मिलाकर बनाया जाता है। सिस्‍टोन सीरप के उपयोग से होने वाले फायदे निम्‍नानुसार हैं-

गुर्दे की पथरी में सिस्‍टोन सीरप से लाभ

गुर्दे की पथरी को नेफ्रोलिथिआरीस (Nephrolithiaris) और किडनी स्‍टोन (Kidney Stones) के नाम से भी जाना जाता है। किडनी स्‍टोन नमक और मिनरल्‍स से बनी एक ठोस जमावट होती है जो गुर्दे या मूत्र पथ में किसी भी जगह हो सकती है। पथरी का आकार 5 एमएम से अधिक होने पर मूत्रमार्ग में रुकावट पैदा होने गलती है जिसके कारण दर्द और उल्‍टी जैसी समस्‍याएं होने लगती हैं। सिस्‍टोन सीरप का सेवन करने से गुर्दे की पथरी को ठीक करने और पथरी बनने से रोकने में मदद मिलती है।

मूत्राशय में संक्रमण होने पर सिस्‍टोन सीरप से लाभ

मूत्राशय में संक्रमण (ब्‍लैडर इन्‍फेक्‍शन) होने पर मूत्र त्‍याग के समय दर्द और जलन होना‚ बार–बार पेशाब लगना‚ मूत्र में बदबू आना‚ पेट के निचले हिस्‍से में ऐंठन या दबाव होना और पेशाब में खून आने जैसी समस्‍याएं होने लगती हैं। सिस्‍टोन सीरप का उपयोग करने से मूत्राशय संक्रमण को ठीक करने में मदद मिलती है।

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सिस्‍टोन सीरप का सेवन कैसे करे (How to Use Cystone Syrup in Hindi)

सिस्‍टोन एक आयुर्वेदिक सीरप है इसका उपयोग करने से गुर्दे की पथरी और मूत्राशय में होने वाले संक्रमण ठीक में मदद मिलती है। सिस्‍टोन सीरप का उपयोग चिकित्‍सक की सलाह लिये बिना भी किया जा सकता है लेकिन चिकित्‍सक के अनुसार इसका सेवन करने से रोगी जल्‍द ठीक हो जाता है। क्‍योंकि चिकित्‍सक रोगी के रोग की स्‍थिति‚ आयु‚ वजन और पुराने चिकित्‍सा इतिहास को देख कर सीरप की उचित खुराक और सीरप पीने का सही समय निर्धारित करता है। चलिये Cystone Syrup Uses in Hindi के इस लेख में आगे जानते हैं कि सिस्‍टोन सीरप की कितनी मात्रा का सेवन करना चाहिए।

सिस्‍टोन सीरप की खुराक (Cystone Syrup Dosage in Hindi)

गुर्दे की पथरी को ठीक करने के लिए दो चम्‍मच सिस्‍टोन सीरप का सेवन दिन में दो बार भोजन करने के पश्चात करना चाहिए।
मूत्राशय में होने वाले संक्रमण को ठीक करने के लिए 10 ML सिस्‍टोन सीरप का सेवन दिन में दो बार खाना खाने के बाद करना चाहिए।

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सिस्‍टोन सीरप से होने वाले साइड इफेक्‍ट (Cystone Syrup Side Effects in Hindi)

सिस्‍टोन सीरप को गोखुरू‚ पुनर्नवा‚ पाषाणभेद और शतावरी जैसी कई औषधिओं से मिलाकर बनाया गया है। इसका उपयोग करने वाले व्‍यक्‍तियों पर अभी तक कोई दुष्‍प्रभाव नहीं देखा गया है। यदि आपको इसका सेवन करने से कोई साइड इफेक्‍ट हो रहा है तो इसका सेवन करना तुरन्‍त बन्द कर देना चाहिए और दोबारा उपयोग में लाने से पहले किसी आयुर्वेदिक चिकित्‍सक से सलाह जरूर लेनी चाहिए।

सिस्‍टोन सीरप से जुड़ी कुछ सावधानियां (Cystone Syrup Precautions in Hindi)

  • Cystone Syrup का सेवन करने के पहले एक्‍सपायरी डेट जरूर देख लेनी चाहिए।
  • डॉक्‍टर द्‍वारा निर्धारित की गयी सिस्‍टोन सीरप की खुराक का सेवन करना चाहिए।
  • अन्‍य दवाओं के साथ Cystone Syrup का सेवन करने से पहले किसी अच्‍छे आयुर्वेदिक चिकित्‍सक से सलाह जरूर लेनी चाहिए।
  • सिस्‍टोन सीरप को छोटे बच्‍चों की पहुंच से दूर रखना चाहिए।
  • Cystone Syrup को धूप और नमी वाली जगह पर नहीं रखना चाहिए।

निष्‍कर्ष (Conclusion)

आज “Cystone Syrup Uses in Hindi” के लेख हमने जाना कि सिस्‍टोन सीरप का उपयोग मुख्य रूप से गुर्दे की पथरी और मूत्राशय में होने वाले संक्रमण को ठीक करने के लिये किया जाता है। सिस्‍टोन सीरप का उपयोग उचित मात्रा में करने से व्‍यक्‍ति पर कोई साइड इफेक्‍ट नही होता है इसलिये सिस्‍टोन सीरप का सेवन चिकित्‍सक निर्देशानुसार ही करना चाहिए।

Frequently Asked Questions (F&Qs)

सिस्टोन सीरप आप किस तरह से लेते हैं ?

सिस्टोन सीरप का उपयोग आयुर्वेदिक चिकित्‍सक के निर्देशानुसार करना चाहिए 10 ML सिस्‍टोन सीरप का सेवन दिन में दो बार खाना खाने के बाद किया जा सकता है।

सिस्टोन सीरप का उपयोग क्या है ?

सिस्‍टोन सीरप का उपयोग गुर्दे की पथरी का उपचार करने और मूत्राशय में होने वाले संक्रमण को ठीक करने के लिये किया जाता है।

हिमालया सिस्‍टोन सीरप की कीमत क्‍या है ॽ

हिमालया सिस्‍टोन सीरप की कीमत 225.00 Rs. (200ML Syrup Per 1 Bottle ) है।

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