त्रयोदशांग गुग्गुलु के उपयोग, फायदे और नुकसान | Trayodashang Guggulu Uses in Hindi

Trayodashang Guggulu Uses in Hindi : त्रयोदशांग गुग्गुलु एक आयुर्वेदिक टेबलेट है इसका उपयोग मुख्य रूप से गठिया और लकवा की समस्या को दूर करने के लिए किया जाता है। इसके अलावा त्रयोदशांग गुग्गुल के उपयोग से साइटिका और कुष्ठ रोग में भी लाभ होता है। त्रयोदशांग गुग्गुलु का सेवन करने से पहले इसके बारे में जान लेना चाहिए। आज के इस लेख में त्रयोदशांग गुग्गुलु के उपयोग, फायदे और नुकसान विस्तार से बताया गया है।

Table of Contents

Manufacturer त्रयोदशांग गुग्गुलु की टेबलेट को कई आयुर्वेदिक कम्पनियों द्वारा बनाया जाता है जैसे Dabur, Baidayanath, Patanjali Ayurved LTD इत्यादि।
Ingredients Guggul, Gokhru, Ashwagandha, Babool, Giloy, Fennel Rasna, Ginger, Pine, Shatavari, Nishoth.
M.R.P. त्रयोदशांग गुग्गुलु की टेबलेट को कई आयुर्वेदिक कम्पनियां अलग–अलग पैकिंग में अलग–अलग कीमत पर बेचती हैं।

त्रयोदशांग गुग्गुलु मे सम्मिलित औषधियां (Trayodashang Guggulu Ingredients in Hindi)

त्रयोदशांग गुग्गुलु को कई जड़ी–बूटियों से मिलाकर बनाया जाता है‚ जिसमें से कुछ निम्न प्रकार हैं–

गुग्गुल (Guggul) : गुग्गुल को अंग्रेजी में Indian bdellium के नाम से जाना जाता है आयुर्वेद में गुग्गुल का उपयोग औषधि के रूप में रोगों को ठीक करने के लिए किया जाता है। आयुर्वेदिक ग्रन्थों में भी गुग्गुल फायदों में बारे में जानकारी मिलती है गुग्गल से गठिया, एनीमिया, जोड़ों के दर्द, बवासीर, इत्यादि रोगों में लाभ होता है।

रसना (Rasna) : रसना को आयुर्वेद में युक्ता के नाम से जाना जाता है रसना में कई औषधीय गुण मौजूद होते हैं जैसे सूजनरोधी, एनाल्जेसिक, एंटीऑक्सीडेंट और ऑक्सीडेटिव इत्यादि। इस औषधि से गठिया की समस्या, लकवा रोग, जोडों के दर्द, ऑस्टियोआर्थराइटिस, सर्दी, खांसी इत्यादि रोगों मे लाभ होता है।

अश्वगंधा (Ashwagandha) : अश्वगंधा एक आयुर्वेदिक औषधि है इसे फायदों के बारे में आयुर्वेदिक ग्रन्थों में भी बताया गया है। यह औषधि कई रोगों में फायदा दिलाती है जैसे गठिया, लकवा, कोलेस्ट्रॉल, साइटिका, डायबिटीज इत्यादि।

अदरक (Ginger) : अदरक में कई औषधीय गुण मौदूत होते हैं अदरक के गुणों का वर्णन आयुर्वेद ग्रन्थों में भी मिलता है। उसके उपयोग से कई रोगों मे लाभ होता है जैसे कुष्ठ रोग, जोड़ों के दर्द में, सूजन की समस्या में, पेट से जुड़े रोगों में और पीलिया रोग इत्यादि।

बबूल (Babool) : बबूल का वानस्पतिक नाम Acacia nilotica है आयुर्वेद में बबूल को एक उत्तम औषधि का माना जाता है। ये औषधि कई रोगों में लाभ दिलाती है जैसे हड्डियों से जुड़े रोगों में, भूख बढ़ाने में, मेनोरेजिया और दांतों से जुड़ी बीमारी इत्यादि।

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त्रयोदशांग गुग्गुलु के उपयोग और फायदे (Trayodashang Guggulu Uses in Hindi)

त्रसोदशांग गुग्गुलु एक आयुर्वेदिक टेबलेट है इसे कई आयुर्वेदिक जड़ी–बूटियों से मिलाकर बनाया जाता है। त्रसोदशांग गुग्गुलु को कई कम्पनियां बनाती हैं जैसे डावर, वैद्वनाथ और पतंजलि इत्यादि। त्रयोदशांग गुग्गुलु के उपयोग से गठिया, लकवा, कुष्ठ रोग, एन्कोलीसिंग स्पॉन्डिलाइटिस, साइटिका और फाइब्रोमायलजीआ जैसे रोगों में लाभ होता है। त्रयोदशांग गुग्गुलु के सेवन से होने वाले फायदे निम्न हैं-

त्रयोदशांग गुग्गुलु से होने वाले फायदे (Trayodashang Guggulu Benefits in Hindi)

त्रयोदशांग गुग्गुलु के सेवन से कई रोगों में फायदा होता है जैसे-

त्रयोदशांग गुग्गुलु से गठिया रोग में लाभ (Trayodashang Guggulu Benefits in Arthritis in Hindi)

  • त्रयोदशांग गुग्गुलु को कई आयुर्वेदिक जड़ी–बूटियों से मिलाकर बनाया जाता है इस दवा में मौजूद अश्वगंधा (Ashwagandha), गुग्गुल (Guggul) और रसना (Rasna) गठिया की समस्या को ठीक करने में मदद करती हैं।

त्रयोदशांग गुग्गुलु से लकवा की समस्या में लाभ (Trayodashang Guggulu Benefits in Paralysis in Hindi)

  • लकवा को पैरालिसिस और पक्षाघात के नाम से भी जाना जाता है त्रयोदशांग गुग्गुलु के सेवन से लकवा की समस्या में लाभ होता हैं। त्रयोदशांग गुग्गुलु को निशोथ, गुग्गुल, अश्वगंधा, रसना और गिलोय जैसी जड़ी–बूटियों से मिलाकर बनाया जाता है ये औषधियां लकवा की बीमारी को ठीक करने में मदद करती हैं।

त्रयोदशांग गुग्गुलु से कुष्ठ रोग में फायदा (Trayodashang Guggulu Benefits in Leprosy in Hindi)

  • त्रयोदशांग गुग्गुलु को आयुर्वेदिक औषधियों से मिलाकर बनाया जाता है त्रयोदशांग गुग्गुलु में मौजूद गिलोय और अदरक जैसी जड़ी–बूटियां कुष्ठ रोग को ठीक करने में मदद मिलती हैं।

साइटिका रोग में त्रयोदशांग गुग्गुलु से लाभ (Trayodashang Guggulu Benefits in Sciatica in Hindi)

  • त्रयोशांग गुग्गुलु में मौजूद निशोथ, गिलोय, अश्वगंधा, रसना और गुग्गुल जैसी औषधियां साइटिका रोग को ठीक करने में मदद करती हैं।

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त्रयोदशांग गुग्गुलु की सेवन विधि (How to Use Trayodashang Guggulu in Hindi)

त्रयोदशांग गुग्गुलु के सेवन से गठिया, लकवा, कुष्ठ रोग, एन्कोलीसिंग स्पॉन्डिलाइटिस (Ankylosing spondylitis), साइटिका और फाइब्रोमायलजीआ (Fibromyalgia) जैसे रोग ठीक होते हैं। त्रयोदशांग गुग्गुल की सेवन विधि मरीज की बीमारी, वजन, लिंग, आयु और पुराने चिकित्सा इतिहास को देखकर निर्धारित की जाती है। व्यक्ति को त्रयोदशांग गुग्गुल का सेवन डॉक्टर अनुसार करना चाहिए ताकि रोग के अनुसार दवा की उचित मात्रा और दवा लेने का सही समय ज्ञात हो सके।

त्रयोदशांग गुग्गुलु की खुराक (Trayodashang Guggulu Dosage in Hindi)

  • लकवा की समस्या को ठीक करने के लिए 1 से 3 टैबलेट का सेवन दिन में दो बार भोजन के पश्चात गुनगुने पानी के साथ करना चाहिए।
  • कुष्ठ रोग को ठीक करने के लिए 1 से 2 टैबलेट का सेवन सुबह शाम गुनगुने पानी के साथ करना चाहिए।
  • गठिया की बीमारी को ठीक करने के लिए 1 से 3 टैबलेट का सेवन सुबह शाम गुनगुने पानी के साथ भोजन करने के बाद करना चाहिए।

त्रयोदशांग गुग्गुलु के साइड इफेक्ट (Trayodashang Guggulu Side Effects in Hindi )

त्रयोदशांग गुग्गुलु एक आयुर्वेदिक टेबलेट है इसे विभिन्‍न आयुर्वेदिक जड़ी–बूटियों के मिलाकर बनाया जाता है। त्रयोदशांग गुग्गुलु का सेवन करने वाले व्यक्तियों पर अभी तक कोई साइड इफेक्ट नही देखा गया है। यदि आपको इसका सेवन करने से कोई साइड इफेक्ट हो रहा है तो इसका सेवन करना तुरन्त बन्द कर देना चाहिए और दोबारा इस दवा का सेवन डॉक्टर से परामर्श लेने के पश्चात करना चाहिए।

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त्रयोदशांग गुग्गुलु से जुड़ी कुछ सावधानियां (Trayodashang Guggulu Precautions in Hindi )

  • त्रयोदशांग गुग्गुलु का सेवन डॉक्टर के अनुसार ही करना चाहिए।
  • त्रयोदशांग गुग्गुलु का उपयोग करने से पहले एक्सपायरी डेट जरूर देख लेनी चाहिए।
  • डॉक्टर द्वारा निर्धारित दवा की मात्रा का सेवन करना चाहिए।
  • त्रयोदशांग गुग्गुलु का उपयोग करने से पहले इसके लेबल पर दी गयी जानकारी को पढ़ लेना चाहिए।
  • त्रयोदशांग गुग्गुलु को अन्य दवाओं के साथ डॉक्टर के परामर्श पर ही लेना चाहिए।
  • त्रयोदशांग गुग्गुलु को छोटे बच्चों की पहुंच से दूर रखना चाहिए।

निष्कर्ष (Conclusion)

त्रयोदशांग गुग्गुलु एक आयुर्वेदिक टेबलेट है इसे निशोथ, गिलोय, अश्वगंधा, रसना और गुग्गुल जैसी औषधियों से मिलाकर बनाया जाता है। इसका उपयोग गठिया, लकवा, कुष्ठ रोग, एन्कोलीसिंग स्पॉन्डिलाइटिस (Ankylosing spondylitis), साइटिका और फाइब्रोमायलजीआ (Fibromyalgia) रोगों को ठीक करने के लिए किया जाता है त्रयोदशांग गुग्गुलु के सेवन से कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है। इस दवा का सेवन डॉक्टर के अनुसार करना चाहिए ताकि रोग के अनुसार दवा की उचित मात्रा और सेवन करने का सही समय निर्धारित हो सके।

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Frequently Asked Questions (FAQs)

त्रयोदशांग गुग्गुलु के क्या फायदे हैं

त्रयोदशांग गुग्गुलु के उपयोग से गठिया, लकवा, कुष्ठ रोग, एन्कोलीसिंग स्पॉन्डिलाइटिस (Ankylosing spondylitis), साइटिका और फाइब्रोमायलजीआ (Fibromyalgia) रोग में फायदा होता है।

क्या त्रयोदशांग गुग्गुलु का सेवन करना सुरक्षित है।

त्रयोदशांग गुग्गुलु एक आयुर्वेदिक दवा है इसे कई आयुर्वेदिक जड़ी–बूटियों से मिलाकर बनाया जाता है। इसके सेवन से कोई साइड नहीं होता है त्रयोदशांग गुग्गुलु का सेवन करना पूरी तरह सुरक्षित है।

त्रयोदशांग गुग्गुलु कब लेना चाहिए।

त्रयोदशांग गुग्गुलु को भोजन करने पश्चात सुबह शाम गुनगुने पानी के साथ लेना चाहिए।

त्रयोदशांग गुग्गुलु के कुछ प्रसिद्ध ब्राण्डों के नाम

Brand NameMRPManufacturer
Dabur Trayodashang Guggulu Tablet (1×40 Tablet) 100.00Dabur India Ltd
Unjha Trayodashang Guggulu (1×60 Tablet) 136.00 Unjha Ayurvedic Pharmacy
Baidyanath Trayodashang Guggulu Tablet (1×80 Tablet) 199.00 Shree Baidyanath Ayurved Bhawan (P)Limited (Jhansi)
Divya Triyodashang Guggul (1×40 Tablet) 35.00 Patanjali Divya Pharmacy
Zandu Trayodshang Guggul (1×100 Tablet) 240.00 Zandu Pharmaceutical


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