Neeri Syrup Uses in Hindi : नीरी एक आयुर्वेदिक सीरप है जिसका उपयोग मुख्य रूप से गुर्दे की पथरी के इलाज के लिये किया जाता है। इसके अलावा नीरी सीरप का उपयोग यूरिन इन्फेक्शन, गुर्दे की बीमरी में भी किया जाता है। यह आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों को मिलाकर तैयार की जाती है, इसलिये इसके प्रयोग से शरीर पर किसी भी प्रकार के कोई साइड इफेक्ट नहीं होते हैं। आइये Neeri Syrup Uses in Hindi के इस लेख में नीरी सीरप के उपयोग, फायदे एवं नुकसान के बारे में जानते हैं–
Manufacturer | Aimil Pharmaceutical |
Salt Composition | गोखरू, दारुहल्दी, सहदेवी, पुनर्नवा, वरुण, मकोय (काकमाची) पाशनभेदा। |
M.R.P. | 285.00 Rs. (200 ML Syrup 1 Bottle) 149.00 Rs. (100 ML Syrup 1 Bottle) |
नीरी सीरप की सामग्री | Neeri Syrup Ingredients in Hindi
नीरी सीरप को कई आयुर्वेदिक जड़ी–बूटियों के द्वारा बनाया जाता है जो निम्न प्रकार हैं–
- गोखरू– गोखरू को गोक्षुर के नाम से भी जानते हैं। यह एक औषधीय जड़ी बूटी है। गोखरू में मूत्रवर्धक गुण पाये जाते हैं जो यूरिन इन्फेक्शन को ठीक करने के लिये काफी लाभप्रद है।
- दारुहल्दी– दारूहल्दी को दारूहरिद्रा भी कहते हैं। इसका उपयोग सूजन को कम करने के लिये किया जाता है इसके अलावा दारूहल्दी का उपयोग अन्य कई रोगों में भी किया जाता है।
- सहदेवी– सहदेवी का उपयोग कई सारी बीमारियों के इलाज में किया जाता है जैसे– गठिया, पेट के कीड़े, डायरिया आदि। इसके अलावा पेट दर्द, दस्त, अपच में भी सहदेवी का उपयोग किया जाता है।
- पुनर्नवा– पुनर्नवा में कई सारे औषधीय गुण पाये जाते हैं। इसका उपयोग कई सारे रोग जैसे गुर्दे की पथरी, पीलिया, डायबिटीज आदि को दूर करने में किया जाता है।
- वरुण– वरूण एक औषधीय पौधा है जिसका उपयोग गुर्दे की पथरी और यूरिन इन्फेक्शन को दूर करने में किया जाता है।
- मकोय (काकमाची)– मकोय सूजन, खांसी, पेट में अपच, मूत्र सम्बंधी बीमारी को ठीक करने के लिये काफी उपयोगी व फायदेमंद पौधा है।
- पाशनभेदा– पाशनभेदा का उपयोग मुख्य रूप से गुर्दे की पथरी के इलाज में किया जाता है यह गुर्दे की पथरी को छोटे– छोटे टुकड़ों में तोड़ देता हैं और मूत्र मार्ग के द्वार से पथरी के अणुओं को बाहर निकालने में मदद करता है।
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नीरी सीरप के उपयोग | Neeri Syrup Uses in Hindi
नीरी सीरप एमिली कम्पनी के द्वारा कई जड़ी बूटियों के द्वारा तैयार की जाती है। इसका उपयोग खासतौर से गुर्दे की पथरी को मूत्रमार्ग से बाहर निकालने में होता है। इसके अलावा इसका उपयोग अन्य समस्यायें जैसे यूरिन इन्फेक्शन, गुर्दे की बीमरी में भी किया जाता है। नीरी सीरप का उपयोग डॉक्टर की सलाह के बिना भी कर सकते हैं। यह एक आयुर्वेदिक सीरप है इसलिये इसके प्रयोग शरीर पर कोई दुष्प्रभाव नहीं होते हैं लेकिन फिर भी किसी दवाई का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना आवश्यक होता है।
नीरी सीरप के उपयोग जानने के बाद अब इस Neeri Syrup Uses in Hindi लेख में इसके फायदों के बारे में जानते हैं।
नीरी सीरप के फायदे | Neeri Syrup Benefits in Hindi
- गुर्दे की पथरी– नीरी सीरप गुर्दे की पथरी को निकालने के लिये काफी फायदेमंद है। यह गुर्दे की पथरी को धीरे धीरे गलाती है और फिर इसे मूत्र मार्ग के द्वार से बाहर निकाल देती है।
- पेशाब में जलन– नीरी सीरप पेशाब में होने वाली जलन को भी कम करने में मदद करती है।
- मूत्र मार्ग का संक्रमण– पेशाब की नली में होने वाले संक्रमण को भी खत्म करने में नीरी सीरप काफी कारागर है।
- बैक्टीरियल इन्फेक्शन– नीरी सीरप कई ऐसी आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों से तैयार की जाती है जो बैक्टीरियल संक्रमण को ठीक करने का कार्य करती हैं, इसलिये यह बैक्टीरियल इन्फेक्शन को भी दूर करने में मददगार है।
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नीरी सीरप की सेवन विधि | How to Use Neeri Syrup in Hindi
नीरी सीरप का उपयोग गुर्दे की पथरी के इलाज में किया जाता है। इसके अलावा यूरिन इन्फेक्शन और गुर्दे की बीमारी में भी नीरी सीरप का उपयोग किया जाता है। नीरी सीरप का उपयोग मरीज स्वंय भी कर सकता है लेकिन इसको डॉक्टर की सलाह से लेना ज्यादा फायदेमंद रहता है। डॉक्टर मरीज की बीमारी‚ उम्र और वजन को देखकर यह सुनिश्चित करता है कि सीरप की कितनी मात्रा किस समय मरीज को सेवन करायी जाय ताकि जल्दी लाभ मिल सके।
नीरी सीरप की सेवन विधि जानने के बाद इस Neeri Syrup Uses in Hindi लेख में आगे जानते है कि इसकी खुराक किस बीमारी में कितनी लेनी चाहिये।
नीरी सीरप की खुराक | Neeri Syrup Dosage in Hindi
- गुर्दे की पथरी के उपचार में नीरी सीरप को भोजन करने के बाद या पहले गुनगुने पानी के साथ 2 चम्मच सुबह और 2 चम्मच शाम को लेना चाहिए।
- गुर्दे की बीमारी और यूरिन इन्फेक्शन में भी नीरी सीरप की 2 चम्मच सुबह और 2 चम्मच शाम को गुनगुने पानी के साथ खाना खाने के बाद या पहले किसी भी समय ले सकते हैं।
इसको सेवन करने के उपरान्त शरीर पर कुछ दुष्प्रभाव देखे जा सकते हैं तो चलिये Neeri Syrup Uses in Hindi के इस लेख में इसके साइड इफेक्ट्स के बारे में जानते हैं।
नीरी सीरप के साइड इफेक्ट | Neeri Syrup Side Effects in Hindi
नीरी सीरप एक आयुर्वेदिक सीरप है इसलिये इसके उपयोग से अभी तक कोई साइड इफेक्ट नहीं देखे गये हैं। यदि किसी कारण वश नीरी सीरप के सेवन से शरीर पर कोई भी साइड नजर आते हैं तो सीरप का सेवन तुरन्त बन्द कर देना चाहिये और अपने डॉक्टर से परामर्श करके दोबारा सेवन करना चाहिये।
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नीरी सीरप से जुड़ी सावधानियां | Neeri Syrup Precautions in Hindi
- गर्भवती या स्तनपान वाली महिलाओं को नीरी सीरप का उपयोग डॉक्टर की सलाह के उपरान्त ही करना चाहिए।
- नीरी सीरप का सेवन सीरप की एक्सपायरी डेट को चेक करके करना चाहिए।
- यदि पहले से किसी अन्य दवाई का सेवन कर रहे हैं तो नीरी सीरप का उपयोग डॉक्टर की सलाह से करें।
- नीरी सीरप को छोटे बच्चों की पहुंच से दूर रखना चाहिए।
- नीरी सीरप का उपयोग डॉक्टर की सलाह से करना चाहिये। डॉक्टर मरीज की बीमारी और पहले की चिकित्सीय इतिहास को देखकर इसे प्रयोग करने की सलाह देता है।
- डॉक्टर के द्वारा बताई गई खुराक के अनुसार नीरी सीरप का सेवन करना चाहिए।
निष्कर्ष |Conclusion
आज इस Neeri Syrup Uses in Hindi के लेख के माध्यम से हमने जाना कि Neeri Syrup का उपयोग गुर्दे की पथरी के उपचार में किया जाता है इसके अलावा अन्य समस्याओं में भी यह काफी लाभदायक है जैसे गुर्दे की बीमारी, यूरिन इन्फेक्शन, मूत्र का संक्रमण आदि। नीरी सीरप के उपयोग से किसी प्रकार के दुष्प्रभाव नहीं होते हैं लेकिन फिर भी इसका उपयोग डॉक्टर की सलाह से करना चाहिए।
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Frequently Asked Questions (FAQs)
नीरी सीरप का सेवन कैसे करना चाहिए।
नीरी सीरप की दो छोटी चम्मच गुनगुने पानी के साथ दिन में दो बार (सुबह,शाम) लेना चाहिए। इसे भोजन करने के बाद या पहले किसी भी समय ले सकते हैं।
क्या नीरी सीरप किडनी के लिये बेहतर है।
जी हां यह किडनी के लिये काफी लाभदायक सीरप है, इसका उपयोग मुख्य रूप से किडनी के लिये ही किया जाता है।
क्या नीरी सीरप के उपयोग से साइड होते हैं।
नहीं यह एक आयुर्वेदिक सीरप है इसके उपयोग से मरीज में अभी तक किसी भी प्रकार के कोई साइड नहीं देखे गये हैं।
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